html kya hota hai in hindi
html मार्कअप लैंग्वेज होती है इस का प्रयोग वैबपेज बनाने के लिए किया जाता है यह ब्राउज़र को बताता है कि हमारा कंटेंट कैसे दिखाई देगा जैसे text कैसे दिखाई देगा, इमेज कैसे दिखाई देगी आदी सभी कार्य करता है html के बिना हम वैबपेज नही बना सकते इसका उपयोग website बनाने के लिए जरुरी होता है

html ka full form
html का full form HyperText Markup Language होती है
html ka avishkar kisne kiya
html का आविष्कार टिम बर्नर्स-ली (Tim Berners-Lee) ने सन् 1991 में किया था। टिम बर्नर्स-ली एक ब्रिटिश कंप्यूटर वैज्ञानिक थे, उन्हे वर्ल्ड वाइड वेब का जनक भी माना जाता है।
html के version
html का पहला वर्जन 1.0 था। html के वर्जन बहुत तेजी से आये हैं, चलिए जानते हैं अब तक एचटीएमएल के कितने वर्जन आ चुके हैं:
- HTML 1.0 (1991)
- HTML 2.0 (1995)
- HTML 3.2 (1997)
- HTML 4.01 (1999)
- XHTML (2000)
- HTML5 (2014)
नोट: एचटीएमएल के अब तक छ वर्जन आ चुके हैं, जब से एचटीएमएल का आविष्कार हुआ है तब से इंटरनेट बहुत तेजी से बढ़ा है।
एचटीएमएल की विशेषताएं
- html एक सरल language है जिसे सिखना अन्य language के बहुत आसान है
- html सभी operating system पर चल सकता है
- html को सभी ब्राउज़र support करते है
- html ईमेज, विडियो, ओडियो को भी support करता है
- html SEO friendly होता है
- html में फॉर्म बना कर हम यूजर से डेटा ले सकते हैं
निष्कर्ष
अब आप जान गए होंगे कि html क्या है, html का पूरा नाम क्या है और html का प्रयोग हमें क्यों करना चाहिए। आगे की पोस्ट में हम html को और विस्तार से सिखेंगे।